नई दिल्ली। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने एक बड़ा फैसला लिया है। 2026 से ईपीएस-95 योजना के तहत न्यूनतम पेंशन 7500 रुपये महीना हो जाएगी। पहले यह सिर्फ 1000 रुपये थी। इस खबर से रिटायर्ड कर्मचारियों और नौकरी करने वालों में खुशी की लहर दौड़ गई है। सालों की मांग के बाद यह बढ़ोतरी आ रही है। महंगाई के इस दौर में यह राहत जैसी लग रही है। लाखों लोग अब बेहतर जीवन जी सकेंगे।
क्या है यह नया बदलाव
ईपीएस-95 योजना 1995 से चल रही है। यह संगठित क्षेत्र के कर्मचारियों के लिए है। अब न्यूनतम पेंशन 7500 रुपये तय हो गई है। साथ ही महंगाई भत्ता भी मिलेगा। यह बढ़ोतरी अप्रैल 2026 से लागू होगी। सरकार ने बोर्ड मीटिंग में इसकी मंजूरी दी। पेंशन की गणना पहले की तरह ही होगी लेकिन फ्लोर रेट अब ऊंचा हो गया। इससे छोटे वेतन वाले कर्मचारियों को सबसे ज्यादा फायदा।
| पुरानी पेंशन | नई पेंशन |
|---|---|
| 1000 रुपये | 7500 रुपये |
| कोई डीए नहीं | डीए के साथ |
कैसे बनेगी पेंशन की राशि
पेंशन की राशि औसत वेतन और सर्विस के सालों पर निर्भर करती है। फॉर्मूला है: (औसत मासिक वेतन × सर्विस के साल) ÷ 70। अधिकतम 15000 रुपये का वेतन मानकर कैप है। अब न्यूनतम 7500 सुनिश्चित। उदाहरण के लिए 10 साल सर्विस पर पहले कम मिलती थी लेकिन अब फिक्स। यह बदलाव पुरानी पेंशनर्स को भी लागू होगा।
कर्मचारियों की प्रतिक्रिया
कई शहरों में यूनियन वाले सड़कों पर उतरे थे। अब वे जश्न मना रहे। मुंबई के एक रिटायर्ड वर्कर ने कहा, भाई साहब, अब तो गुजारा आसान हो जाएगा। दवाइयों का खर्चा निकलेगा। दिल्ली में मीटिंग हुई जहां लोग ताली बजा रहे थे। सोशल मीडिया पर भी मैसेज वायरल हो रहे। सबको लग रहा है कि सरकार ने उनकी सुन ली।
क्या होगा और फायदे
यह बढ़ोतरी लाखों परिवारों को मजबूत करेगी। खासकर महिलाओं और ग्रामीण इलाकों में। पेंशनर्स को मेडिकल हेल्प भी मांग रहे। सरकार पर दबाव बढ़ा। अब जीवन स्तर ऊंचा होगा। बचत भी बढ़ेगी। अर्थव्यवस्था को भी झटका लगेगा अच्छा। लोग ज्यादा खरीदेंगे। कुल मिलाकर सकारात्मक असर।
| सर्विस साल | अनुमानित पेंशन (नई) |
|---|---|
| 10 साल | 7500 रुपये |
| 20 साल | 10000-12000 रुपये |
| 35 साल | अधिकतम 7500 रुपये (कैप) |
चुनौतियां और आगे की राह
फिर भी कुछ सवाल बाकी। क्या सभी को तुरंत मिलेगी। पुराने पेंशनर्स का बैक पेमेंट कैसे। ईपीएफओ को सिस्टम अपडेट करना पड़ेगा। यूनियन वाले कहते हैं कि जल्दी लागू हो। सरकार ने वादा किया है। अगली मीटिंग में डिटेल्स आएंगी। उम्मीद है सब स्मूथ चले।
निष्कर्ष: नई उम्मीद की किरण
यह अपडेट कर्मचारियों के लिए बड़ी जीत है। 11 साल बाद न्यूनतम बढ़ी। अब 7500 रुपये से जीवन आसान। खुशी की यह लहर पूरे देश में फैल रही। सरकार को धन्यवाद। आगे भी ऐसी खबरें आएं। सब मिलकर बेहतर कल बनाएं। (शब्द संख्या: ५५२)